राज्य आनंद संस्थान का यह सुविचारित मत है कि विद्यालयों में विभिन्न विषयों के निर्धारित पाठयक्रमों के अतिरिक्त विद्यार्थियों को उन विषयों से भी अवगत कराना चाहिए जिससे वे जीवन के कतिपय महत्वपूर्ण आयामों को समझ सकें। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए राज्य आनंद संस्थान ने विद्यार्थियों के लिए विद्यालयों में विशेष सत्र ‘आनंद सभा’ की अवधारणा को क्रियान्वित करने का निश्चय किया। इसके तहत विशेष तौर पर तैयार किए गए मॉडयूलस के आधार पर सत्रों का आयोजन किया जाएगा । इन सत्रों में विद्यार्थी किसी विषय वस्तु की पढ़ाई नहीं करेंगे बल्कि वह ऐसी गतिविधियां करेंगे जिनसे उनमें इन आयामों की समझ विकसित होगी। आनंद सभा के सत्र प्रत्येक 15 दिवस के अंतराल से स्कूलो में आयोजित किए जायेंगे । जिनमें एक सत्र में एक विषय पर आधारित अध्याय को लिया जायेगा । इन सत्रों में शिक्षक जिसे मार्गदर्शक के रूप में रखा गया है, छात्रों के साथ जीवंत संबंध बनाते हुए आपसी चर्चा के माध्यम से छात्रों के चेतन / अवचेतन मन में छुपी नकारात्मकता एवं धारणाओं को बाहर निकाल उनके स्थान पर सकारात्मक विचारो को डालने का प्रयास करेंगे । आनंद सभा छात्रों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का हमारा एक प्रयास हैं।
आनंद सभा को संचालित करने के लिए सभी शासकीय एवं गैर शासकीय विद्यालयों के शिक्षक, जो स्वैच्छा से इसके लिए तैयार हों, का पंजीयन आरंभ किया जा चुका है। इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में 12 जिलों यथा अनूपपुर, अशोकनगर, भोपाल, छतरपुर, दमोह, देवास, जबलपुर, कटनी, खरगौन, शाजापुर, शिवपुरी, विदिशा के लिए इच्छुक शिक्षकों का पंजीयन राज्य आनंद संस्थान की वेबसाईट www.anandsansthanmp.in पर आरंभ हो चुका है। इनमें से हर जिले के लिए कुल 50 शिक्षकों का पंजीयन किया जा रहा है। इस प्रकार कुल 600 शिक्षकों का पंजीयन किया जाना है। पंजीयन के लिए स्थान सीमित है जो जिलेवार 50 की संख्या पर पहुंचते ही बंद हो जाएगा। अत: यदि आप इस आनंद सभा की प्रक्रिया में माड्यूल संचालित करने के इच्छुक हों तो अपना पंजीयन शीघ्र कराएं।
इस संबंध में कोई कठिनाई हो या अधिक स्पष्टता के लिए कृपया आनंद संभा कार्यक्रम समन्वयक डॉ. रूचिरा अग्रवाल से दूरभाष नंबर 0755-2553434 या 9425608830 पर कार्यालयीन समय में अथवा ईमेल- anandsansthanmp@gmail.com में संपर्क कर सकते है।