वाद - विवाद नहीं संवाद करें, रिएक्ट नहीं रिस्पांड करें
प्रशासन अकादमी भोपाल के स्वर्ण जयंती सभागार में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न आनंद व्याख्यान में मुख्य वक्ता स्वामी सुखबोधानंद जी को सुनकर सभी आनंदकों ने वाद- विवाद के स्थान पर संवाद, क्रिया पर प्रतिक्रिया के स्थान पर अनुक्रिया तथा परिस्थिति से अधिक महत्वपूर्ण मन:स्थिति की महत्ता को जाना |
प्रशासन अकादमी में प्रदेशभर से आमंत्रित आनंद क्लब के पदाधिकारियों की तीन दिवसीय कार्यशाला के अगले 2 दिनों में लखनलाल असाटी सहित मध्य प्रदेश के 13 जिलों से आए 16 मास्टर ट्रेनर्स ने आनंद विभाग के एक प्रमुख कार्यक्रम अल्पविराम के सत्रों में सम्मिलित होकर आनंदकों ने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने के अभ्यास अल्पविराम को नजदीकी से जाना |
समाज को बदलने की जगह खुद को बदलना तथा दूसरों में दोष देखने की जगह खुद में दोष देखने की प्रक्रिया ने उन पर गहरी छाप छोड़ी है | सभी आनंदकों ने कहा कि इस प्रक्रिया से उनके अंदर चल रही उथल-पुथल शांत हुई है, अब वह जान पाए हैं कि उन्होंने किन किन के साथ उचित व्यवहार नहीं किया और अब उन्हें इस पर बहुत पश्चाताप है | कुछ लोगों ने उन्हें भी दुख पहुंचाया है, पर ऐसे लोगों को वह क्षमा कर देना चाहेंगे |आनंद विभाग के प्रमुख, अपर मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस की उपस्थिति में संपन्न इस तीन दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह में पूरे मध्यप्रदेश से केवल 4 आनंदकों को अपने विचार साझा करने का अवसर मिला | उनमें से एक समर्पण क्लब छतरपुर के सुभाष अग्रवाल का उद्बोधन अत्यंत प्रेरणादायी था उन्होंने अश्रुपूरित आंखों और भरे गले से कहा कि अल्पविराम खुद में बदलाव की सबसे सशक्त प्रक्रिया है, उन्हें अब जाकर यह एहसास हुआ है कि उन्होंने अपने लोगों के साथ कैसा व्यवहार किया था जो कदापि उचित नहीं था, इसके लिए वह सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करते हैं | व्यक्ति अपने अहंकार में दूसरों में तो दोष देखता है और खुद को पवित्र और निर्दोष मानता है | जबकि सच्चाई यह है कि यदि हमें दूसरों में कोई दोष दिखाई देता है तो इसका मतलब है कि उस दोष का कोई ना कोई कण हमारे अंदर विद्यमान हैं |
भोपाल में संपन्न तीन दिवसीय राज्य स्तरीय आनंद क्लब कार्यशाला में सम्मिलित 160 में से 20 आनंदक छतरपुर जिले के थे, जिन्होंने विभिन्न सत्रों में सम्मिलित होकर शांत समय में अपनी आत्मा की आवाज सुनने का अभ्यास किया और आत्मा से प्राप्त निर्देशों को सार्वजनिक रूप से साझा करने की हिम्मत भी दिखाई | आनंद विभाग ने इन सभी आनंदको के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित की है, छतरपुर जिले से समर्पण क्लब के सुभाष अग्रवाल, श्रीमती सरस्वती अग्रवाल, एडवोकेट संजय शर्मा सीनियर सिटीजन क्लब से रिटायर्ड डीईओ राम कुमार मिश्रा, मोहन असाटी, रिटायर्ड एसडीओ राम सिंह ठाकुर, रिटायर्ड एसएलआर रतिभान वर्मा, योग गुरु रामकृपाल यादव, डॉ विजय द्विवेदी, प्रताप नवयुवक पर्यावरण वाहिनी आनंद क्लब से प्रदीप सेन, विशाखा सेन, रक्त हर वक्त आनंद क्लब से अंकित अग्रवाल, नगर विकास आनंद क्लब से श्रीमती आशा असाटी, संगम सेवालय आनंद क्लब से विपिन अवस्थी एवं श्रीमती अंजू अवस्थी, वार केजुअल्टी आनंद क्लब से केएन सोमन एवं श्रीमती विमला सोमन, दीनदयाल आनंदम केंद्र के रिटायर्ड सीएमओ DD तिवारी पुखरिया सरकार आनंद क्लब बड़ा मलहरा से धन प्रसाद असाटी एवं वीरेंद्र असाटी शामिल हुए