22 व 23 फरवरी 2018 को हैप्पीनेस इंडेक्स के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन आनंद विभाग, मध्यप्रदेश शासन, द्वारा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) खड़गपुर के सहयोग से भोपाल में किया गया। उक्त कार्यशाला में हैप्पीनेस क्षेत्र के देश-विदेश के ख्यात विशेषज्ञ सम्मिलित हुए।
हैप्पीनेस इंडेक्स कार्यशाला के शुभारंभ सत्र को म.प्र. शासन के आनंद विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश में मात्र अठारह महीने में आनंद विभाग गठित करने के पश्चात अनेक कार्यक्रम प्रारंभ किए गए, इसके बेहतर परिणाम भी मिल रहे है। उन्होंने बताया कि आनंद संस्थान की गतिविधियों से नागरिकों को जोड़ने में सफलता मिल रही है। श्री बैंस ने ईशा फाउंडेशन कोयंबटूर, इनिशिएटिव ऑफ चेंज पंचगनी एवं आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलोर के संस्थानो में प्रशिक्षण के प्रावधानों की जानकारी भी दी। उन्होंने मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रो से मिल रहे सहयोग को महत्वपूर्ण बताते हुए उसकी सराहना की और कार्यशाला में आए विभिन्न देशो के प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
कार्यशाला के शुभारंभ सत्र को अमेरिका से आए प्रो. राज रघुनाथन, संयुक्त अरब अमिरात के प्रो. डेविड जोन्स, आई.आई.टी. खड़गपुर के प्रो. पी.पटनायक और आनंद विभाग के गठन की पहल करने वाले देश भूटान के डॉ. साम्दु चेत्री ने संबोधित किया।
डॉ. साम्दु चेत्री ने मध्यप्रदेश शासन द्वारा ‘’आनंद विभाग’’ बनाकर मानवता के पक्ष में की गयी पहल को सराहा। शिक्षण से जुड़े लेखक और स्तम्भकार डॉ. डेविड जोन्स (दुबई) ने प्रसन्नता के विभिन्न सिद्धांतो की विस्तृत जानकारी देते हुए जीवन में संतोष प्राप्ति के अलग-अलग स्तर होने एवं व्यक्ति के लिए विभिन्न तरह के हुनर महत्व रखने पर विचार व्यक्त किए। आई.आई.टी. खड़गपुर के प्रो. पी.पटनायक ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं के विकास के साथ बेहतर यातायात, व्यक्ति का अच्छा मानसिक स्वास्थ्य और परस्पर मेलजोल की स्थितियां आनंद के स्तर में वृद्धि करती हैं। विश्व हैप्पीनेस रिपोर्ट 2016-18 भी इन्हीं बिंदुओ का समर्थन करती है।
हैप्पीनेस के क्षेत्र में भारत सहित अन्य देशों में गतिविधियों के संचालन में संलग्न एवं अन्य संस्थानों को सक्रिय सहयोग देने वाले विषय-विशेषज्ञ प्रो. एस.एस.रेखी ने आनंद विभाग और मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी जगह खुशी का माहौल हो, इसके लिए आपके चेहरे पर सदैव मुस्कान बनी रहना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की देश की संचालक सुश्री मरीना वाल्टर ने सत्र के दौरान विभिन्न लोगों से प्रश्नोत्तर के मध्यम से चर्चा की। सुश्री वाल्टर ने कहा कि मध्यप्रदेश ने हैप्पीनेस जैसे नए और प्रासंगिक विषय पर विभाग के गठन करने और अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। यह कार्यशाला प्रसन्नता को नापने के लिए विषयों के निर्धारण और नवीन विधियों के विकास की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यूएनडीपी द्वारा ऐसे कार्यों को सदैव समर्थन दिया जाता है।
कार्यशाला के दो दिवस में चलने वाले समानांतर सत्र के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। इसमें राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर. परशुराम की अध्यक्षता में हुए समानांतर सत्र का प्रेजेंटेशन सुश्री राधिका पुंशी ने दिया। इसी प्रकार सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री विश्वपति त्रिवेदी की अध्यक्षता वाले सत्र का श्री डेविड जोंस, डॉ. आर.एस. पिल्लई के सत्र का श्री प्रतीप नायक और डॉ. हाईडी कार्स्ट तथा श्री एस.एस. रेखी की अध्यक्षता में हुए समानांतर सत्र का प्रेजेंटेशन सुश्री लीलावती कृष्णन ने दिया। विभिन्न सत्रों में आनंद के भिन्न-भिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इसमें सभी विशेषज्ञों के आवश्यक सुझावों का समावेश कर विभिन्न बिन्दु और प्रश्न तैयार किए गए।
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