दिनांक २० दिसम्बर २०१७ को उज्जैन औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) में अल्पविराम कार्यक्रम के तहत आईटीआई के प्रशिक्षण अधीक्षकों, अधिकारियो एवं कर्मचारीओ को आनंद, ख़ुशी और कार्यालयीन और प्रशिक्षणों के दौरान सकारत्मक से कार्य करने से क्षमता वृद्धि के साथ साथ तनावमुक्ति और आनंद का संचार सभी और होता है यह बात करते हुए श्री परमानंद डाबरे, आनंद विभाग शाखा प्रभारी ने मध्यप्रदेश शासन के अभिनव पहल देश का प्रथम आनंद मंत्रालय और इसकी गतिविधियों की जानकारी प्रदान की गई! श्री राजेंद्र गुप्त अधीक्षक उज्जैन जंतर मंतर ने ग्लासस्पोट के माध्यम से जीवन में आनंदित रहने में खुद के कौन कौन से कारक रुकावट पैदा करते है को विस्तार से समझया! श्री शैलेन्द्र सिंह डाबी प्रधान वैगनिक ने आनंदित रहने में आने वाले रुकावट वाले कारको को अल्पविराम तकनीक से कैसे दूर किया जाये इसको विस्तार से बताते हुए अल्पविराम का कुछ सामान्य प्रश्नो और मानवीय वव्यहार पर अल्पविराम का अभ्यास प्रायोगिक रूप से कराया! साथ ही प्रतिभागियों के प्रश्नो के उत्तर सरल और सहज रूप से प्रदान कर कार्यक्रम के प्रतिभागियों जी जिज्ञासा को पूरा किया! श्री शैलेन्द्र व्यास (स्वामी मुस्कुराके) ने आपने अंदाज ने सभी प्रतिभागियों को गुदगुदाते हुए खिलखिल्या और सहज जीवन जीने को प्रेरित किया! उन्होंने रोचक अंदाज में आज के नवयुवको के लिए कई प्रेरणा दायक संस्मरणों से जीवन के सकारात्मक की और बढ़ने को प्रेरित किया! उन्होंने आपने उध्बोधन में सकारत्मक सोच के महत्व से खुद के जीवन में आनंद के साथ साथ आस पास के लोगो में भी आपने आप आनंद शामिल होता है इसको बड़े रोचक तरिके से अपनी मुश्कान से बताया! खुश रहना और खुश रखना ही जीवन का सच्चा आनंद है यही सभी को जीवन में ग्रहण कर आनंदित रहने को प्रेरित किया! उज्जैन औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) में अल्पविराम कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्राचार्य श्री सुनील लालावत जी ने किया आभार आईटीआई के श्री संदीप गोमे, इलेक्ट्रिसियन ट्रेड के प्रशिक्षक अधीक्षक एवं श्री गंगराड़े जी ने प्रदान किया! इस कार्यशाला में लगभग ४० प्रतिभागियों ने भाग ले कर अल्पविराम सिख कर अभ्यास किया!
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