उद्यानकीय विभाग- उज्जैन में म.प्र. के आनंद मंत्रालय द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के शासकीय कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारियों के लिए आयोजित की जा रही अल्पविराम कार्यक्रम के अंतर्गत उज्जैन के मास्टर्स ट्रेनर्स ने अल्पविराम के बारे में विस्तार से बताते हुए, सभी अधिकारी कर्मचारियों से अल्पविराम कराया गया ! कार्यक्रम की शुरुआत उज्जैन आनंद विभाग के परमानंद डाबरे ने मास्टर ट्रेनर्स का परिचय करते हुए आनंद विभाग वि गतिविधियों की जानकारी देते हुए किया, शैलेन्द्र व्यास (स्वामी मुश्कराके) ने आपने चिरपरिचित अंदाज में सभी को गुदगुदाते हुए बड़े मनोरंजक तरीके से आनंद प्राप्ति के सूत्र बताये उन्होंने हिंदी भाषा के बारे में बड़े रोचक अंदाज में भाषा के महत्व के बारे में चर्चा की ! राजेंद्र गुप्त ने ग्लासपोट द्वारा मनुष्य के सामान्य व्वहार और उनकी मोवृत्तियो को विस्तार से बताया !
शैलेन्द्र सिंह डाबी प्रधान वैज्ञानिक एवं जिला आनंद सहयोगी ने सभी का मार्गदर्शन करते हुए कहा की शासकीय कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारी अगर दैनिक कार्यो के तनाव के दूर रहकर अपनी पूरी छमता से कार्य करते हुए हमेशा आनंदति रहना हो तो जीनवशैली में अल्पविराम को जरूर आपनए ! वास्तव में अगर हमे मानव जीवन का सही आनंद दैनिक सारी जिम्मेदारियों को निभाते हुए ही लेने है तो प्रतिदिन अल्पविराम कर आप खुद के साथ रहे आपने अंतर् मान और आत्मा की आवाज सुन कर आपने जीवन जिए ! कोई भी समस्या और दुविधा हो तो अपने आत्मा की आवाज के उसका निदान और रास्ता पूछे वहाँ से पक्का रास्ता और सही रास्ता जरूर प्राप्त होगा ! इस के अभ्यास के लिए श्री डाबी जी ने अपनी मार्मिक आप बीती कहानी के उदाहरण से विस्तार से बताया ! इस प्रकार जिले में लगातार दो महीने चलने वाली अलप विराम की शृंखला की शुरुआत की गई ! इस अवसर पर उद्यानकीय विभाग- उज्जैन के अधिकारी कर्मचारियों ने भाग लिया !
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