\'आत्महत्या निषेध दिवस पर विद्यालय में चर्चा
अपने विद्यालय में आत्महत्या निषेध दिवस पर एक नवाचार करने का प्लान बनाया। मेरे विद्यालय के गांव में हर साल किसी न किसी व्यक्ति के आत्महत्या करने की खबर सुनाई देती रहती है l तो मैंने सोचा, कि क्यों न इस दिवस पर छात्र छात्राओं से इस बारे में बात करूं ? फिर सोचा कि नहीं इस विषय पर तो सभी को जानकारी है ,लेकिन मेरे लिए ये आश्चर्य वाली बात थी कि आत्महत्या विषय के बारे में पूछने पर 50 छात्र छात्राओं में से सिर्फ एक छात्रा ने बताया कि हमारे गांव में एक आदमी गले में फंदा डालकर मर गया था शायद वही आत्महत्या है। इस स्थिति को देखकर मुझे लगा कि छात्र छात्राओं से इस बारे में बात करने की आवश्यकता हैं l जब मैंने छात्र छात्राओं को *आत्महत्या का अर्थ,* इसको करने के *कारण* और हम इसे रोकने में क्या मदद कर सकते हैं, इस बारे में बात की, तो छात्रों ने बहुत गंभीरता से इस विषय से जुड़े पहलुओं और घटनाओं को सुना और समझा l 5 मिनट का *शांत समय* लेकर जब छात्रों ने कहा कि अब हमें कोई परेशानी या तनाव होगा तो हम अपने माता _ पिता या किसी बड़े से इस बारे में बात करेंगे और दूसरे लोगों को भी बताएंगे कि आत्महत्या करना किसी समस्या का समाधान नहीं है । विद्यालय से वापस घर आकर जब मैने आज विद्यालय में आत्महत्या विषय पर की गई गतिविधि पर मंथन किया तो मुझे बहुत खुशी हुई कि शायद मेरा छात्र _छात्राओं के साथ इस विषय पर बात करना कुछ हद तक सार्थक रहा और मैं आगे भी इस कोशिश को जारी रखूंगी ।
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