"स्वयं से मुलाकात "का आयोजन महिदपुर में किया गया |
सब रोगों की एक दवाई, हँस कर देखो मेरे भाई, हर समस्या का हल इज़ी है, यदि आप पॉजिटिव कार्य में बिजी है। जीवन को गमले की तरह मत बनाओ, जो थोड़ी धूप लगने पर मुरझा जाए। जिंदगी को को जंगल के पेड़ की तरह बनाओ जो हर परिस्तिथि में झूमता रहे। खुश रहना प्रेशर कुकर से सीखिये अंदर प्रेशर, नीचे आग , फिर भी मस्ती में सीटी बजाता है। ये वो दौर है साहेब जहाँ इंसान गिर जाए तो हँसी निकल जाती है और मोबाइल गिर जाए तो जान निकल जाती है। उक्त आनंदमयी उदगार जनपद पंचायत, महिदपुर में राज्य आनंद संस्था उज्जैन द्वारा आयोजित अल्प विराम परिचय कार्यशाला में राष्ट्रपति अलंकरण से सम्मानित आनंद विभाग के अधिकारी स्वामी मुस्कुराके, शैलेंद्र व्यास ने व्यक्त किए। कार्यक्रम की अतिथि मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमति प्रियंका टैगोर थी। अध्यक्षता आनंद विभाग जिला समनव्यक डॉ. प्रवीण जोशी ने की। विशेष अतिथि बीआरसी श्री कैलाश चंद्र डिंडोनिया, एपीओ श्री कमल पाटीदार थे। अतिथि द्वारा सरस्वती पूजन किया गया, सरस्वती वंदना कैलाश मंडोरा ने प्रस्तुत की। जीवन के लेखा जोखा को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करते हुए डॉ. प्रवीण जोशी ने आनंद विभाग और अल्पविराम का परिचय देते हुए कहा कि, ईश्वर ने हँसने मुस्कुराने के लिए हमे कई उपहार प्रकृति के माध्यम से हमारे आस पास ही हमें दिए है, हमें सिर्फ उनके साथ जीना है आनंद लेना है। मुख्य अतिथि श्रीमति प्रियंका टैगोर ने कहा कि कार्य के बोझ तले इंसान तनाव की नाव पर सवार रहता है, जीवन के तनाव को धनात्मकता की ढाल धारण कर हराया जा सकता है। उज्जैन के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और आनंदम सहयोगी डॉ. ललित नागर ने प्रेरक गीत एवम चिंता का दायरा विषय पर प्रभावी विचारों के माध्यम से ऊर्जा प्रदान की। राज्य आनंद संस्था की गतिविधियों की सैर शॉर्ट फिल्म के माध्यम से करवाई गयी। मास्टर ट्रेनर्स श्री सी.पी. जोशी ने मानवीय मूल्यों पर आधारित फ्रीडम ग्लास के द्वारा अल्प विराम कार्यक्रम को सुंदर रूप से चित्रित किया। आईस ब्रेकर एवम प्रेरणा गीत को आनंदम सहयोगी श्री राजेश शर्मा ने प्रस्तुत किया। हास्यमयी योग को श्री भाटी ने ठहाको के साथ किया।श्री कमल पाटीदार एवम श्री स्वस्तिक ठाकुर ने अपने प्रेरणादाई विचारों से आनंद की वृष्टि की। महिदपुर के आनंदम सहयोगी देवीसिंह, सर्वेश सिसोदिया, रंजना मालवीय, जितेंद्र मालवीय महिदपुर के अल्पविराम परिचय कार्यशाला में उपस्थित थे |
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