प्रधान आरक्षकों ने शांत समय लेकर अनुभव किया खुद का आनंद
छतरपुर। सूबेदार नृपेन्द्र सिंह एवं दलबीर सिंह मार्को के सहयोग से आयोजित राज्य आनंद संस्थान के अल्प विराम कार्यक्रम के दौरान पुलिस आरक्षकों ने शांत समय लेकर उनके अपने आनंद का अनुभव किया। मास्टर ट्रेनर लखन लाल असाटी एवं रामकृपाल यादव ने आनंद की अवधारणा और जीवन में उसके घटने और बढऩे के अपने निजी अनुभव साझा किए।पुलिस कॉन्फ्रेंस हॉल में हाल ही पदोन्नत हुए प्रधान आरक्षकों के इंडक्शन कार्यक्रम के तहत आनंद विषय पर भी विमर्श हुआ तथा प्रतिभागियों ने यह जानने की कोशिश की कि उनके जीवन का परम लक्ष्य तो आनंद ही है, पर उनके प्रयास सुख की जगह सुविधा जुटाने तक तो सीमित नहीं हो गए हैं। प्रधान आरक्षक ज्ञान प्रकाश अहिरवार ने अपने माता एवं पिता के साथ हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि माता को स्वास्थ्य लाभ मिल जाने से उनका आनंद बढ़ा है पर पिता के चले जाने से वह दु:खी हुए हैं। कृष्ण कुमार सिंह ने अपने जीवन की अनेक घटनाओं का जिक्र करते हुए आनंद की अनुभूति को साझा किया।आनंद विभाग प्रधान आरक्षकों के साथ 7 सेशन करने जा रहा है जिसमें आनंद की अवधारणा से लेकर आनंद हेतु सही भाव और सही समझ तक सभी का ध्यान केन्द्रित कराया जाएगा। श्री असाटी ने कहा कि संस्थान का काम सिर्फ रास्ता दिखाना है। उस पर चलने का कार्य व्यक्ति का अपना खुद का निजी निर्णय होगा।