क्षमा मांगकर हल्का लग रहा है
2 नवंबर 2022 को उप जेल निवाड़ी में डीपीएल (आनंद) व्ही के पुरोहित ने अल्पविराम का सत्र आयोजित किया । यह सत्र राज्य आनंद संस्थान भोपाल की अवधारणा "क्षमा मांगने की शक्ति" पर केंद्रित रहा ।सत्र का शुभारंभ सभी प्रतिभागियों ने परिचय नाम व एक व्यक्तिगत गुण बताकर किया, तत्पश्चात कुछ ऊर्जामय क्रियाएं कराई गई। श्री पुरोहित ने कहा कि जीवन में हम अक्सर जाने अनजाने अपने मित्रों, परिवारजनों ,सहकर्मियों के साथ ऐसा व्यवहार कर देते है जिससे उन्हें ठेस पहुंचती है व आपका व्यवहार उन्हें विचलित कर देता है क्योंकि ऐसे व्यवहार की उन्होंने आपसे अपेक्षा नहीं की थी, इन्हीं कारणों के चलते हम अपने मित्र, परिवारजन को खो सकते हैं जाने अनजाने में हुए ऐसे व्यवहार के लिए यदि हम संबंधित व्यक्ति से क्षमा मांग ले तो हम अपने प्रियजनों की निकटता पुनः प्राप्त कर सकते हैं व अपने अंदर इस कारण से उत्पन्न हुए मानसिक बोझ को भी समाप्त कर सकते हैं।प्रतिभागियों ने पांच मिनिट शांत समय लिया व अपने परिजन ,मित्र को क्षमा पत्र भी लिखा जिनसे जाने -अनजाने दूरियां बढ़ गई थी। कुछ प्रतिभागियों ने अपनी शेयरिंग करते हुए कहा कि पत्र लिखकर क्षमा मांगने के बाद हल्का लग रहा है ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो कोई बोझ उतर गया है ।अंत में शांति प्रार्थना के साथ सत्र का समापन हुआ। कार्यक्रम मेंजेल में निरुद्ध सभी बंदी, अधीक्षक उप जेल श्री विकास जैन व जेल के कर्मचारी उपस्थित रहे।
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