उपेक्षित भिक्षुकों के साथ भी खुशियों का "आनंद उत्सव",प्रतिभागी बोले-आत्मविश्वास और मुस्कुराहट भरे दिन लौट आए।
राज्य आनंद संस्थान अध्यात्म विभाग के निर्देशन में आयोजित हो रहे आनंद उत्सव के अंतर्गत इंदौर जिले में जिलाधीश मनीष सिंह एवं नोडल अधिकारी हिमांशु चंद्र के निर्देशन और नगर निगम इंदौर के सहयोग से आनंद उत्सव का आयोजन जारी है इसी क्रम में नंदानगर स्थित भिक्षुक पुनर्वास केंद्र पर "आनंद उत्सव" का आयोजन किया गया। जिसमें विशेष रूप से समाज द्वारा उपेक्षित बुजुर्गों जो भिक्षावृत्ति कर पेट भरते थे उनको भी आनंद की अनुभूति कराने हेतु आनंद उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें इन बुजुर्गों दिव्यांगों ने ससम्मान अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया। मुख्य रूप से गायन, अभिनय एवं सांस्कृतिक खेलों का आयोजन किया गया। गायन प्रतियोगिता में दिव्यांग अशोक मराठा जी ने- मेरी प्यारी बहनिया बनेगी दुल्हनिया... गीत गाकर बिछड़े परिवार के अविस्मरणीय क्षणों को द्रवित मन से अभिव्यक्त किया। सुनील त्रिवेदी ने- चल चल चल मेरे साथी ओ मेरे साथी .......गीत अभिनय के साथ गाया।
रस्साकशी खेल के दौरान विजेता टीम के कैप्टन रामअवतार ने कहा- हम सभी ज्यादा भिक्षा मिले इसलिए खुद को लोगों के सामने निर्बल दुर्बल बन बनकर अपने आपको दुखी,असहाय और बीमार मान चुके थे ,आज सबने मिलकर रस्साकस्सी में जोर लगाया तो मालूम पड़ा कि हममें तो बहुत ताकत है।
कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले लोगों में नेत्रहीन अस्थि बाधित विकलांग एवं वयोवृद्ध बुजुर्गों ने रस्साकशी नींबू रेस चेयर रेस एवं दौड़ जैसे परंपरागत खेलों में सहभागिता कर जीवन के इस पड़ाव में आनंद की अनुभूति की पुनर्वास केंद्र के प्रतिभागी अमित जी ने बताया कि शारीरिक अक्षमता के कारण भिक्षावृत्ति कर हमारा पेट भर भर रहे थे जिला प्रशासन व नगर निगम द्वारा हमें इस पुनर्वास केंद्र में भोजन आसरा दिया इसके लिए शासन प्रशासन का बहुत-बहुत धन्यवाद। मेरी शादी नहीं हुई है और मैं दुनिया में अकेला हूं मैं सभी आयोजकों को कोटि कोटि धन्यवाद देता हूं कि वे खूब फले फुले और खुश रहें। आज के दिन का यह आयोजन हमारे जीवन में कभी ना भूल पाने वाले क्षणों में से एक है आज के 1 दिन में हमने तो जैसे हमारा पूरा, जीवन जी लिया।
इन स्नेह और अपनत्व के अभिलाषी नागरिकों के साथ आयोजित गतिविधियों में पहली बार क्षेत्र बच्चों, महिलाओं पुरुषों ने एक पारिवारिक माहौल निर्मित कर भाग लिया। ऐसा वर्ग जिसे समाज ने अपने से अलग-थलग रखा,ऐसे लोगों को भी समाज से जोड़ने,एवम आनंद की अनुभूति हेतु राज्य आनंद संस्थान इंदौर के समन्वयक एवं जिला संपर्क व्यक्ति विजय मेवाड़ा, उपायुक्त नगर निगम श्री नरेंद्र शर्मा,दीपेंद्र चिंटू तोमर आदि के इस अभिनव एवं अद्वितीय प्रयास को सभी गणमान्य नागरिकों एवं क्षेत्र के लोगों ने भूरी भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम समाप्ति पर सभी को प्रमाण पत्र एवं मिठाई युक्तभोजन के पैकेट भेंट किये।पुनर्वास केंद्र की व्यवस्थापक रुपाली जैन ने आयोजकों के आभार प्रकट किया।
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