इंदौर में लगा "नेकी का हाट बाजार" दान,की नहीं, खुद की कमाई से खरीदे सामान से रोशन हुई जरूरतमंदों की दीवाली "
इंदौर। राज्य आनंद संस्थान के आह्वान पर चलाए जा रहे "हर घर दिवाली,हर घर रोशन अभियान" के तहत इंदौर जिले मैं आयोजित हुआ नेकी का हाट बाजार अक्सर दान में मिली चीज को इंसान दबे छुपे और चुपचाप घर में लाकर रख देता है लेकिन उसी चीज की जब कीमत चुकाता है तो पूरी शान से अपने साथ लाता है। फिर चाहे वो कीमत मामूली ही क्यों न हो। दीवाली के त्यौहार में ऐसे ही जरूरतमंद और कमजोर तबके के लोगों का आत्मसम्मान बनाए रखने के लिए सक्षम लोग अपने घर का अतिरिक्त या गैरउपयोगी अच्छा सामान एक जगह इकट्ठा कर जरूरतमंद के घर की दीवाली खुशियों से रोशन करने की तैयारी की ।
विजय नगर के पास स्कीम नंबर 113 स्थित एक खुले मैदान में सामग्री एकत्र की गई कोई अपने घर का पलंग, कुर्सी, बर्तन, कपड़े, पर्दे लाकर रख रखे तो कोई बच्चों के स्कूल की किताब, कॉपी, बस्ते, टिफ़िन ,बॉटल, जूते, चप्पल आदि रखे। इन सामान को आभाकुंज वेलफेयर सोसाइटी से जुड़े युवा अलग अलग छांटकर दुकान के स्टॉल की तरह जमाया इन सामान को इसी मैदान के समीप लगने वाले हाट बाजार में आए जरूरतमंद लोगों को नेकी का हाट लगाकर दिया गया। इस हाट बाजार में अपना सामान रखने के लिए सुबह से शाम तक दानदाताओं के आने का सिलसिला भी चलता रहा। जरूरतमंद लोगों को सामग्री पूरे आत्मसम्मान के साथ
इलेक्ट्रॉनिक वस्तु हो या कपड़ें, कीमत 2 रुपए
हाट बाजार से कमजोर तबके का व्यक्ति चाहे तो दीवाली मनाने के लिए कपड़े ले सकता है या अपनी सुविधा के लिए इलेक्ट्रॉनिक वस्तु। हर सामान की कीमत एक या अधिकतम दो रुपए रखी गई। संस्था से जुड़े युवाओं का कहना है कि इसमें सबसे ज्यादा मांग कपड़े और सजावटी सामान की होती है।
आत्मसम्मान की खातिर कीमत तय
आभाकुंज वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ ललिता शर्मा बताती है कि चाहे इंसान गरीब ही क्यों न हो पर दान लेने में उसको थोड़ी शर्मिंदगी होती ही है। इसलिए मामूली कीमत तय की है ताकि वे पूरे आत्मसम्मान के साथ सामान घर ले जा सके। सभी वस्तु की कीमत एक व दो रुपए तय है। रोटरी क्ल्ब ऑफ इंदौर आदर्श, इनरव्हील क्लब इंदौर राज्य आनंद संस्थान के आनंदकों, यंग रोट्रेक्ट अप टाउन के सदस्यों का सहयोग रहा।
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