"दृस्टिबधित विव्यांगों भाई बहनों की आंख बन, उनके उज्ज्वल भविष्य की इबारत लिखने वाले आनंदक"
दृष्टिबाधित छात्रों की निःस्वार्थ सहायता के लिए 08 अगस्त 21 को इंदौर शहर में आयोजित R.R.B. Banking की Online (Computer Based) प्रतियोगी परीक्षा में *आनंदकों ने दृस्टिबधित विव्यांगों भाई बहनों की आंख बन, उनके उज्ज्वल भविष्य की इबारत लिखी।
दृष्टिबाधित छात्रों की निःस्वार्थ सहायता के लिए 08 अगस्त को इंदौर शहर में आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित हो रहे दृष्टिबाधित दिव्यांग भाई बहनों के "सहयोगी राइटर" साथियों ने अपना अमूल्य समय निकालकर अपना एक दिवस मानव सेवा को समर्पित किया। जीवन में स्वयं के लिए तो सभी जीते हैं लेकिन आप जैसे दूसरों के लिए जीने वाले लोग ही दुनिया को बदलने का साहस रखते हैं।
आनंदको ने कहा कि एक कदम इनके लिए भी बढ़ाएं जिनको मुख्यधारा से जोड़ना हमारा परम उद्देश्य होना चाहिए। राज्य आनंद संस्थान इंदौर ईकाई ने सेवा में आये समस्त राइटर साथियों और सहयोगी साथियों का बहुत बहुत आभार और अभिनंदन व्यक्त किया। इस सेवा में उपस्थित साथीगण ये सभी रहें- इंदौर शहर में राइटर साथी 1) राजकुमार कुशवाह, 2) दिव्या कुशवाह, 3) विवेक कुशवाह, 4) समीर शर्मा जी, 5) मनीष गुप्ता जी, 6) साक्षी हारने, 7) आयुष श्रीवास्तव, 8) शिवम मित्तल, 9) अभिषेक जी। इंदौर के जिला सम्पर्क व्यक्ति विजय मेवाडा ने सेवाभाव से इस प्रकल्प में जुड़े मददगार राइटर साथियों के भी उज्जवल भविष्य की कामना के साथ उनका आभार ज्ञापित किया।
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