इंदौर में जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए बनाई गई ‘शिक्षा की दीवार’, जहां बच्चों को मिलेंगी मुफ्त किताबें-क्यों कि-"पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया"
प्रेषक का नाम :- विजय मेवाड़ा जिला संपर्क व्यक्ति आनंद संस्थान इंदौर
स्थल :- Indore
जरूरतमंद और पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई में किताबों की कमी उनके आगे बढ़ने में रुकावट न बने और जरूरतमंद लोगों को पहनने के लिए कपड़े मिल सकें, इसके लिए शहर में एक नई पहल की शुरुआत की जा रहा है. देश में इंदौर ऐसा पहला शहर है जहां ऐसे बच्चों और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए 'शिक्षा की दीवार" बनाई गई है.
राज्य आनंद संस्थान इंदौर कि संकल्पना पर ग्रेटर कैलाश रोड आदर्श रोड पर पूर्व पार्षद श्री शर्मा जी के नेतृत्व में शिक्षा की दीवार कांसेप्ट को क्रियान्वित कर पूर्व पार्षद दिलीप शर्मा के नेतृत्व में शिक्षा की दीवार में जरूरतमंद विद्यार्थियों के पुस्तकों की निशुल्क उपलब्धता सुनिश्चित करने। हेतु शिक्षा की दीवार की संकल्पना का आधारशिला रखी गई जिसमें ऐसे सभी विद्यार्थी जो पुस्तक खरीदने में अक्षम है उनके लिए शिक्षा की दीवार स्थापित की गई यह पुस्तक दान कर सकेंगे एवं जरूरतमंद विद्यार्थी दीवार संचालक से किताबें प्राप्त कर सकेंगे। उच्च शिक्षा या किसी विशेष किताब की आवश्यकता हेतु एक डिमांड बॉक्स लगाया गया है जिसमें जरूरतमंद विद्यार्थी उस विशेष किताब का नाम लेखक का नाम परिसर का नाम एवं स्वयं का नाम पता और मोबाइल नंबर लिख डिमांड इस बॉक्स में डालेंगे सप्ताह में एक बार इस बॉक्स को खोल कर जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक सहयोग द्वारा उन किताबों की पूर्ति कराने का भी प्रयास किया जाएगा।
इंदौर की आदर्श ग्रेटर कैलाश रोड पर जहां पहले से ही ‘नेकी की दीवार' बनी हुई है. इस पर अभी तक लोग कपड़े और जरूरत का सामान छोड़कर जाते थे, ताकि जरूरतमंद इन सामानों का इस्तेमाल कर सकें, जिनके पास कपड़े नहीं हैं, उन्हें कपड़े मिल सकें. उसी के नजदीक जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए निशुल्क पुस्तकों की भी व्यवस्था रहेगी राज्य आनंद संस्थान के जिला संपर्क स्वस्थ एवं समन्वयक विजय मेवाड़ा द्वारा इस नवाचार को क्रियान्वित करने में मिले सहयोग हेतु पूर्व पार्षद दिलीप शर्मा एवं क्षेत्रीय विधायक श्री महेंद्र हार्डिया का आभार व्यक्त किया।
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