आनंद शिविर : बच्चों को महामारी से बचाना है तो पालक तुरंत वैक्सीन लगवाएं
आनंद शिविर में ख्यात चिकित्सकों की रायबच्चों को महामारी से बचाना है तो पालक तुरंत वैक्सीन लगवाएं
छतरपुर,राज्य आनंद संस्थान के तीन दिवसीय आनंद शिविर जागरूकता से जीती जीवन की जंग में ख्यात चिकित्सकों ने कोरोना को लेकर प्रतिभागियों से विमर्श किया और उनके प्रश्नों के समाधान कारक जवाब भी दिए, चिकित्सकों ने कहा कि पहली प्राथमिकता बीमारियों को आने से ही रोक देना है, इलाज तो उसके बाद की स्थिति है,आनंद शिविर में कलेक्टर श्री शीलेंद्र सिंह, राज्य आनंद संस्थान के सीईओ श्री अखिलेश कुमार अर्गल, निदेशक श्री प्रवीण गंगराड़े, सलाहकार श्री सत्य प्रकाश आर्य, डॉ सुभाष चौबे, डॉ एमपीएन खरे, डॉ कपिल खुराना,डॉ एसके दीक्षित, डॉ अशोक गौतम सहित छतरपुर एवं दमोह जिले के प्रतिभागी सम्मिलित हुए, शिविर का संचालन जिला संपर्क व्यक्ति आनंद लखनलाल असाटी के साथ श्रीमती आशा असाटी,रमेश कुमार व्यास, श्रीमती उषा व्यास,आरबी पटेल एवं योगगुरु रामकृपाल यादव ने किया| संस्थान के जितेश श्रीवास्तव, प्रदीप महतों,मुकेश करूआ, प्रोफेसर समीरा नईम, प्रोफेसर अनीता जैन, व्याख्याता राजेंद्र असाटी, कड़वा मंसारे की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही,90 फ़ीसदी लोग सामान्य इलाज से ही ठीक हो गएमेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ एसके दीक्षित ने दूसरी लहर में अत्यधिक मौतें होने पर कहा कि लोग लापरवाह हो गए थे, वायरस भी म्यूटेट हुआ, भारत की असाधारण उपलब्धि के बावजूद लोगों ने वैक्सीन लगवाने की जगह भ्रम फैलाया, वैक्सीन 6 माह बाद एक्सपायर हो जाने के चलते मजबूरन भारत को वैक्सीन एक्सपोर्ट करनी पड़ी, उन्होंने कहा कि अभी भी मौका है लोग अधिक से अधिक वैक्सीन लगवाएं, मास्क पहने और नियमित साफ सफाई रखें, डॉ दीक्षित ने कहा कि 94 प्रतिशत तक ऑक्सीजन लेवल आने पर घबराने की जरूरत नहीं है 90 फ़ीसदी लोग सामान्य इलाज से ही ठीक हुए हैं, पैनिक होने से बचें और अपने चिकित्सक के संपर्क में रहें|बच्चों को महामारी से बचाना है तो पालक जरूर वैक्सीन लगवा लेंबुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर से रिटायर्ड प्रोफेसर एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अशोक रावत ने तीसरी लहर में बच्चों के चपेट में आने की संभावनाओं पर कहा कि यदि घर में 12 साल से छोटे बच्चे हैं तो पेरेंट्स को तुरंत वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए इससे बच्चों को इस महामारी से बचाया जा सकेगा घर की नियमित साफ सफाई,खानपान में अतिरिक्त सावधानी, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छ वातावरण से हम अपनी हैल्थ प्रमोट कर सकते हैं, बाजार से बनी तथा मीठी तली चीजों की जगह घर में बनी रसोई व फल सब्जियों का उपयोग कर नियमित खेलकूद भी जारी रखें, डॉ अशोक रावत ने कहा कि यह महामारी लंबे समय तक चल सकती है इसलिए लोगों में स्थाई व्यवहार परिवर्तन की जरूरत है मास्क नीचे कर बातचीत करना सबसे खतरनाकख्यात शल्य चिकित्सक डॉ एमपीएन खरे ने कहा कि बातचीत करते समय मास्क को नीचे करना बहुत खतरनाक है इसी तरह पहने हुए मास्क को बाहरी ओर टच ना करें, उन्होंने कहा कि जब आमने सामने दोनों व्यक्ति मास्क पहने होते हैं तब 75 प्रतिशत सुरक्षा हो सकती है, सिर्फ हम मास्क पहने हैं तो सुरक्षा 50 फीसदी है, डबल मास्क से सुरक्षा 90 फ़ीसदी सुनिश्चित की जा सकती है, डॉ खरे ने कहा कि साधारण कपड़ों से बने मास्क मात्र धूल के कणों को रोकते हैं और इससे महज 15 प्रतिशत सुरक्षा मिलती है ट्रिपल लेयर के सर्जिकल मास्क 50 प्रतिशत से अधिक सुरक्षा देते हैं, इस मास्क का उपयोग एक ही दिन करना चाहिए, रोगी के साथ डीलिंग करने पर ही एन 95 मास्क का यूज़ जरूरी है, इस मास्क को धोने से इसके रेसे निकल कर परेशान करते हैं, उन्होंने कहा कि गले से फेफड़ों में इंफेक्शन पहुंचते ही ऑक्सीजन लेवल बड़ी तेजी से गिरने लगता है, इसलिए चिकित्सक की देखरेख में अस्पताल में भर्ती होकर ही ऑक्सीजन लगवाएं, लो ब्लड प्रेशर घरेलू उपाय जैसे कॉफी पीने, नमक - शक्कर खाने, थोड़ा घूमकर, इनर्जेटिक रहकर से ठीक हो जाती है उन्होंने कहा कि लोगों ने पैनिक होकर कोरोना के अलावा अन्य अनेक बीमारियों को न्योता दे डाला है, इसलिए सकारात्मक रहें, खुद से बातचीत करें, अल्पविराम लें |शांत होकर प्रकृति को नियमित निहारेंआई स्पेशलिस्ट डॉ कपिल खुराना ने कहा की ब्लैक फंगस फफूंद के कारण होता है इसलिए स्वच्छता के प्रति सतर्क रहने के साथ-साथ इसके लक्षणों पर भी ध्यान देना है नाक में दर्द अथवा काला डिस्चार्ज, दांतों मसूड़ों का ढीला होना, अचानक सिर दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें आंखों को लैपटॉप और मोबाइल से पर्याप्त विश्राम दें, शांत होकर प्रकृति को नियमित रूप से निहारें,योग गुरु रामकृपाल यादव ने फेफड़ों को मजबूत करने भारत की प्राचीन योग विद्या के कुछ व्यायाम अनुलोम विलोम आदि सिखाएंप्रतिभागियों में अधीक्षण यंत्री रामस्वरूप नायक, प्रोफ़ेसर बहादुर सिंह परमार, विवेक उप्पल,हरीश लालवानी, श्रीमती नीना नायक, बृजेश अग्रवाल, दमोह एक्सीलेंस प्राचार्य केके पांडे, अर्चना दलाल, मायसेम सीमेंट नरसिंहगढ़ से श्रीमती गौतम भट्टाचार्य, सिविल इंजीनियर सुधीर दलाल, संपादक सुरेंद्र अग्रवाल, राजेंद्र त्रिपाठी, प्रदीप सेन, पवन बिरथरे,विपिन अवस्थी, संजय शर्मा, नीलम पांडे, केएन सोमन, विमला सोमन,राजेश अग्रवाल, अमित असाटी, केशव साहू आदि सम्मिलित आनंद शिविर में हुए
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