नकारात्मकता हावी न होने दें,अच्छा सोचें- डॉ.सुधीर आचार्य
मुरैना; कोरोनाकाल में ऐसी परिस्थितियां सामने हैं, जिनके बारे में कभी किसी ने सोचा न था। इससे आम जनमानस में ऐसी नकारात्मकता आने लगी है, जो और भी ज्यादा घातक है। इससे उबरने में लोगों की सहायता करने राज्य आनंदम संस्थान लगातार वेबिनार का आयोजन कर रहा है। इसमें आचार्य आनंद फिल्म के अनेक आनंद साथी काम कर रहे हैं। मास्टर ट्रेनर डॉ. सुधीर आचार्य ने चिंता से मुक्ति से कई महत्वपूर्ण सूत्र बताए। डॉक्टर आचार्य ने कहा कि अभी लोग तरह-तरह की चिंता कर रहे हैं। इन्हीं चिंताओं से हमारे मन मस्तिष्क पर नकारात्मकता हावी होती है। इससे कुछ सुधरता नहीं, उल्टे परिस्थितियां और भयावह हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि हम व्यर्थ की चिंताओं को छोड़कर पॉजिटिव रहें।,अच्छी बातें करें, अच्छे विचार मन में लाएं। डरें नहीं, डटकर मुकाबला करें। आत्मबल को मजबूत करें। उन्होंने ज्ञेय, हेय और उपादेय के माध्यम से बताया कि हम जीवन में बहुत सी बातों को देखते, सुनते और जानते हैं किंतु हमे ग्रहण वही करना चाहिए जो अनुसरण करने योग्य हो। जिसका संबंध हमारे जीवन या कार्य से हो। बाकी बातों को हमें छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यर्थ की बातों पर चर्चा करना एवं चिंतन करना हमारी ऊर्जा व कीमती समय को बर्बाद करता है। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने उनसे निवेदन किया कि वे आगे भी इसी तरह मार्गदर्शन करते रहें ताकि इन नकारात्मक परिस्थितियों के बीच लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके ,डॉक्टर आचार्य ने बताया कि कोरोना की इन विषम परिस्थितियों में जनमानस में आत्मविश्वास व मनोबल को मजबूत करने लगातार ऑनलाइन कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
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