आनंदित व्यक्ति जीवन के उतार-चढ़ाव में सहज बना रहता है : अखिलेश अर्गल
पांच दिवसीय ऑनलाइन अल्पविराम प्रशिक्षण के पहले दिन राज्य आनंद संस्थान के सीईओ अखिलेश कुमार अर्गल ने कहा कि संस्थान का कार्य मात्र मार्गदर्शन का है इस पर चलने हेतु यदि आपने पहला कदम उठा लिया तो फिर आगे बढ़े बिना नहीं रहेंगे उन्होंने कहा कि अल्पविराम व्यक्ति को आनंदित रहने का अनुभव कराता है और आनंदित व्यक्ति जीवन के किसी भी उतार-चढ़ाव को सहजता से स्वीकार कर लेता है ।
जिला संपर्क व्यक्ति छतरपुर लखनलाल असाटी के साथ भोपाल से मुकेश करूवा, रायसेन से वर्णा श्रीवास्तव, खंडवा से नारायण फरकाले, अशोकनगर से सतीश दुबे और जबलपुर से उपेंद्र यादव ने सत्रों का संचालन किया।
अल्पविराम परिचय कार्यक्रम के तहत बताया गया कि खुशी के साथ कोई भी काम करने पर आनंद और सफलता दोनों प्राप्त होती हैं, छतरपुर से जुड़े प्रतिभागियों श्रीमती वर्षा असाटी, राजकुमार पटेल, शिक्षक भरत असाटी,आराधना दुबे, सहित मरियम साहिद, राहुल मीना सोनिका कनौजिया आदि ने आनंद क्या है, आनंद कैसे बढ़ जाता है और कब घट जाता है इस पर शांत समय लेकर अपने अपने विचार व्यक्त किए, प्रतिभागियों ने कहा कि सुख साधनों से प्राप्त आनंद क्षणिक होता है जबकि आंतरिक आनंद स्थाई होता है लोगों ने यह भी कहा कि आसपास के लोग खुश होते हैं तो हम भी खुश रहते हैं
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