इंदौर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर "अल्पविराम"विधिक जागरूकता एवम मातृशक्ति सम्मान कार्यक्रम
8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष यूनाइटेड नेशंस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का थीम 'वूमेन इन लीडरशिप: एचिविंग ऐन इक्वल फ्यूचर इन अ कोविड-19 वर्ल्ड' घोषित किया गया है। जिला प्रशासन इंदौर द्वारा इस दिवस को महिलाओं के सम्मान में 1 दिन के लिए सभी सिटी बस,आई बस मैं मुफ्त सफर घोषित किया। राज्य आनंद संस्थान के आह्वान पर इंदौर जिले में संस्थान से सम्बद्ध आनंद क्लब कल्याणी शिक्षा व सामाजिक संस्था द्वारा ग्राम केलोद हाला में वर्तमान समय में कोरोना योद्धाओं के रूप में कार्यरत महिलाओं एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वाहन करने वाली गृहणियों का सम्मान कर उपहार दिए गए। क्योंकि वर्तमान समय में कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न अवांछित समस्याओं से लड़ते हुए जिस प्रकार मातृ शक्ति महिलाओं ने मां पत्नी बेटी ग्रहणी के रूप में पारिवारिक दायित्व के साथ राष्ट्र हित में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ पुलिस, फार्मासिस्ट, स्वच्छता दीदियों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं अनेकानेक रूपों में जिस प्रकार फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा के रूप में मोर्चा संभाला है वह निश्चित ही अविस्मरणीय है। अतएव निश्चित रूप से हम सभी मातृशक्ति के प्रति कृतज्ञ हैं।
इस अवसर पर श्रीमती रचना छापेकर द्वारा संचालन करते हुए महिला सशक्तिकरण विषय एवं महिलाओं को प्रदत्त अधिकारों जानकारी साझा की। मुख्य अतिथि नीतू शिवहरे ,बोदिले मैडम, सम्मान कोरोना योद्धा सोनिया तिवारी, आरती शर्मा संगीता देवड़ा सचिव गिरीश दुबे उपस्थित थे।आभार जिला संपर्क व्यक्ति राज्य आनंद संस्थान विजय मेवाड़ा एवम आनंदम सहयोगी निर्लेश तिवारी ने माना।
इसी क्रम में राज्य आनंद संस्थान इंदौर द्वारा महिलाओं हेतु विशेष अल्पविराम सत्र का आयोजन बाल निकेतन में किया गया जिसमें महिलाओं एवं छात्राओं ने सहभागिता की जिला संपर्क व्यक्ति विजय मेवाड़ा द्वारा अल्पविराम द्वारा स्वयं के परिवर्तन की कहानी साझा करते हुए शांति समय से परिचित करवाया एवं शांत समय देकर प्रश्न दिया कि लॉक डाउन की विषम परिस्थितियों में कैसे एक महिला के रूप में आपने अपने पारिवारिक एवं सामाजिक दायित्व का निर्वहन कैसे किया? सभी ने अपने खट्टे मीठे संस्मरण साझा किए। चंचल शिंदे ने बताया कि जब हम कोरोना पॉजिटिव हुए थे तो पड़ोसियों ने हमारी बहुत सहायता की उन्होंने हमे एक हफ्ते तक खाना बनाने नहीं दिया सुबह शाम पड़ोसियों के घर से खाना आया इस शिष्टाचार व मदद से पड़ोसियों ने हमे जीवन भर के लिए उनका बना लिया। आनंदम सहयोगी श्री नीलेश तिवारी द्वारा अपने अनुभव साझा करते हुए । बीते 1 वर्ष में किन-किन लोगों ने आपकी मदद की एवं आपने किन-किन की मदद की के प्रश्न पर अल्पविराम दिया । प्रश्न के प्रतिउत्तर में मदद पाने वालों की संख्या ज्यादा थी एवं मदद करने वालों की संख्या कम महिलाओं नम आंखों से खट्टे मीठे अनुभव को साझा करते हुए लोगों से पाई हुई मदद को लौटाने के संकल्प के साथ सत्र का समापन हुआ। राज्य आनंद संस्थान के आनंदक दिनेश चौधरी द्वारा ग्राम बिसनावद में शक्ति बैठक चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया । जिसके अन्तर्गत महिला दिवस के आयोजन का महत्व एवं बालिका शिक्षा की आवश्यकता पर चर्चा तथा स्थानीय स्तर पर विशिष्ट कार्य करने वाली महिलाओं की कहानियों को प्रस्तुत किया गया।
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