हमारे नेक कार्यों का बैलेंस जितना अधिक होगा, समय आने पर उतना ही सुखद रिटर्न मिलेगा- विजय मेवाड़ा
राज्य आनंद संस्थान अध्यात्म विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत इंदौर जिले में कार्यरत कर्मचारियों अल्पविराम परिचय कार्यक्रम का आयोजन किया गया | राज्य आनंद संस्थान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अखिलेश अर्गल ने समाज की युवा पीढी एवं महिलाओं का आव्हान किया कि, मध्यप्रदेश शासन की इस पहल से अधिक से अधिक जुडकर जीवन को खुशहाल और आनंदित रहने की कला सीखें। इससे आगे आने वाली पीढी खुश और आनंदित होगी। हिमांशु भारत जी द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की गई तत्पश्चात सभी ट्रेनर्स द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। राज्य आनंद संस्थान इंदौर के जिला समन्वयक विजय मेवाड़ा ने कहा जिस प्रकार हम बैंक में धन संचित करते है, उसी प्रकार हमारे सामाजिक जीवन की पूंजी हमारे द्वारा की गई भलाई और अच्छाइयां है, उनका बैलेंस कितना है यह भी सोंचने की आवश्यकता है | समाज में हमारे द्वारा किए गए अच्छे कार्य एवं भलाई के कार्य हमारे जीवन का फिक्स डिपाजिट है, बैंक बैलेंस के साथ में हमें हमारे नेक कार्यों का बैलेंस है बढ़ाते रहना चाहिए,समय आने पर इनका भी अच्छा रिटर्न मिलता है। डॉ अनीता जैन जी ने स्वयं के जीवन से के अनुभव व घटनाएं साझा करते हुए प्रतिभागियों को भी स्वचिंतन हेतु प्रेरित किया। वर्णा श्रीवास्तव के द्वारा कनेक्शन - करेक्शन डायरेक्शन को स्पष्ट किया, श्री रमेश व्यास जी के द्वारा हमारा स्वयं से रिश्ता कैसे टूटता एवं जुड़ता है प्रश्न पर शांत समय दिया गया। शेयरिंग में श्रीमती सुषमा दास जिसमें सपना जी ने कहा कि हम स्वयं के लिए समय नहीं देते तो हमारा स्वयं से रिश्ता टूटता है, यदि हम खुश नहीं है तो भी हमारा स्वयं से रिश्ता टूटता है।हिमांशु जी के द्वारा अपने जीवन के अनुभव रिश्तो के मैप के माध्यम से बहुत ही गहराई से प्रतिभागियों के मध्य साझा किए गए। विजय मेवाड़ा के द्वारा इंदौर राज्य आनंद संस्थान द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों को विस्तार से सभी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पिंकी रावत,गोविंद मिश्रा, देवकरण चौहान, सोनल गुर्जर, आदि ने अपने अनुभव साझा किए। प्रीति जी ने कहा कि यदि हम स्वयं खुश नहीं हैं तो हम किसी भी काम को उतनी उत्कृष्टता से नहीं कर पाते हैं जितना खुश रहते हुए करते हैं, उन्होंने भी स्वयं के लिए समय निकालने का संकल्प लिया।सुषमा जी ने कहा कि मुझे मेरी बहुत सी कमियां नजर आए जिन्हें मैं आज से छोड़ने का प्रयास करूंगी । कार्यक्रम के अंत में सभी मास्टर ट्रेनर्स ने पूरे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को कोरोना के संक्रमण काल में मानव सेवा में समर्पित भाव से कार्य करने हेतु सभी स्वास्थ्य सेवकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही प्रतिभागियों के द्वारा भी अल्पविराम टीम एवं राज्यआनंद संस्थान को अनेकानेक साधुवाद ज्ञापित किया गया।
फोटो :-
डाक्यूमेंट :-
Document - 1