आनंद सभा कार्यक्रम | छतरपुर | प्रिंसिपल ने कहा अब शिक्षकों से कम नाराज होंगे, सिर की तरह दिल पर बोझ भी ज्यादा देर तक ना रखें*
*सिर की तरह दिल पर बोझ भी ज्यादा देर तक ना रखें* *प्रिंसिपल ने कहा अब शिक्षकों से कम नाराज होंगे* *कोरोना पॉजिटिव मास्टर ट्रेनर और प्रतिभागी भी सम्मिलित* छतरपुर, 1 दिसंबर 2020|राज्य आनंद संस्थान के आनंद सभा कार्यक्रम में शांत समय के प्रश्नों पर विचार व्यक्त करते हुए बीईएचएस सुमति अकादमी के प्रिंसिपल सुनील कुमार मिश्रा ने कहा कि वह अपने शिक्षकों पर अधिक क्रोध करते हैं जिसे वह कम करेंगे इस कार्यक्रम में उनका पूरा स्टाफ भी सम्मिलित है, हालांकि एक महिला शिक्षक ने कहा कि उसे बहुत गुस्सा आता था पर प्रिंसिपल सर की प्रेरणा से इस पर उन्होंने काबू पा लिया है | सिर पर किताब रखकर प्रयोग के माध्यम से अनुभव कराया गया कि जिस तरह सिर पर बहुत देर तक बोझ रखने से परेशानी बढ़ती जाती है, उसी तरह दिल का बोझ भी परेशानी बढ़ाता है | महत्वपूर्ण है कि दमोह से मास्टर ट्रेनर रमेश कुमार व्यास और छतरपुर से प्रतिभागी सृष्टि जैन कोरोना पॉजिटिव और होम आइसोलेशन होने के बावजूद सत्र में पूरे उत्साह के साथ सम्मिलित हैं, आनंदम सहयोगी श्रीमती आशा असाटी ने शांत समय के प्रश्नों की शेयरिंग ली *एक घंटे मौन रहकर प्रतिभागियों को विचार करना था कि उन्होंने किस-किस को दुख पहुंचाया है तथा उनके अंदर ऐसा क्या है जिसे वह छोड़ना चाहते हैं* भरत असाटी, चारु प्रभाकर, सृष्टि जैन, दिव्या श्रीवास्तव, मोहित जैन,अनुप्रिया राठौर, अंशुल द्विवेदी, दीपांजलि दास, विनीता खरे, अनुप्रिया राज, रश्मि दीक्षित, रुचि दीक्षित, पारूमिता करमाकर आदि ने अपने विचार साझा किए, चारु प्रभाकर की प्रार्थना से सत्र प्रारंभ हुआ | *छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है दृष्टिकोण* दमोह से मास्टर ट्रेनर एवं प्रिंसिपल रमेश कुमार व्यास ने दृष्टिकोण पर सत्र को आगे बढ़ाया उन्होंने अपने जीवन के निजी अनुभवों को साझा कर बताया कि एक ही समस्या के लिए लोगों के अलग अलग नजरिया हो सकते हैं किसी भी व्यक्ति के प्रति आपका पूर्वागृह आपके दृष्टिकोण को प्रभावित करता है, विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्र दृष्टिकोण के महत्व को समझ सकेंगे और सकारात्मक दृष्टिकोण की ओर प्रेरित होंगे | राज्य शिक्षा केंद्र के स्टेट ट्रेनर राजेंद्र कुमार असाटी ने कक्षा में छात्रों के व्यवहार को लेकर अपने निजी अनुभवों को साझा करके बताया कि किस तरह छात्र के लिए दृष्टिकोण बहुत महत्वपूर्ण है, दमोह से उषा व्यास द्वारा अगले दिन के शांत समय हेतु प्रश्न दिए गए | राज्य आनंद संस्थान भोपाल से मास्टर ट्रेनर मुकेश करूवा ने वीडियो क्लिप दिखाएं, छतरपुर से मास्टर ट्रेनर लखनलाल असाटी की भी सहभागिता रही समापन गीत विनीता खरे ने गाया |
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