आनंद सभा कार्यक्रम | छतरपुर | शिक्षक भावपूर्ण होंगे तो बच्चों को अच्छा माहौल मिलेगा : डायरेक्टर आईपी सिंह
छतरपुर जिले के शिक्षकों के लिए आनंद सभा का विशेष आयोजन | शिक्षक भावपूर्ण होंगे तो बच्चों को अच्छा माहौल मिलेगा : डायरेक्टर आईपी सिंह छतरपुर, 29 नवंबर 2020
राज्य आनंद संस्थान अध्यात्म विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा छतरपुर जिले के 40 शिक्षकों के लिए विशेष आनंद सभा का आयोजन किया गया है, पांच दिवसीय ऑनलाइन आनंद सभा का शुभारंभ करते हुए संस्थान के डायरेक्टर आई पी सिंह ने कहा कि आनंद सफलता और संपन्नता से नहीं अपितु खुद के संपर्क में होने सेअंदर से ही प्राप्त होता है | सहायता और कृतज्ञता आनंद का आधार हैं | अंदर का आनंद हमें भाव पूर्ण बनाता है शिक्षक भावपूर्ण होंगे तो वह बच्चों को अच्छा माहौल दे सकेंगे, उन्होंने कहा कि इस आनंद सभा का आयोजन सिर्फ छतरपुर जिले शिक्षकों के लिए विशेष रूप से किया गया है, जिला संपर्क व्यक्ति लखनलाल असाटी ने बताया कि जिले के 40 शासकीय एवं अशासकीय शिक्षकों ने आनंद सभा के लिए पंजीयन कराया है छात्रों में एकेडमिक शिक्षा के साथ-साथ जीवन मूल्यों की शिक्षा का मार्ग आनंद सभा प्रशस्त करेगी | सभी सफलता चाहते हैं पर यदि असफलता हाथ लगती है तो उसका सामना कैसे किया जाए बच्चे आनंद सभा से यह सीख सकेंगे |दमोह से आनंदम सहयोगी श्रीमती उषा व्यास की भावपूर्ण प्रार्थना से आनंद सभा की शुरुआत हुई, भोपाल से मास्टर ट्रेनर मुकेश करूवा ने आनंद की ओर सत्र द्वारा प्रतिभागियों को अनुभव कराया कि उनके जीवन का आनंद क्या है, यह कैसे घटता और बढ़ता है. दूसरों से प्राप्त मदद के लिए कृतज्ञता का भाव कैसे हमें आनंदित करता है और लगातार दूसरों की सहायता करते रहने से हमें भी जाने अनजाने सहायता मिलती रहती है | एक्सीलेंस स्कूल छतरपुर के ललित खरे, हायर सेकेंडरी स्कूल पनवारी के भरत असाटी, हायर सेकेंडरी स्कूल घुवारा के विनोद जैन, बीएचएस सुमति अकादमी छतरपुर के प्राचार्य सुनील कुमार शर्मा सहित शिक्षक मोहित जैन, नाजिश सिद्दीकी, चारू प्रभाकर, दिव्या श्रीवास्तव, मंजू खरे आदि ने भी अपने-अपने जीवन में मिली मदद और उनके द्वारा की गई सहायता को साझा किया | श्रीमती आशा असाटी ने अगले दिन सुबह शाम तक समय लेने का आग्रह करते हुए कहा कि प्रत्येक प्रतिभागी दो प्रश्नों पर विचार करेगा कि प्रकृति के साथ रहकर हमेशा आनंद क्यों आता है तथा प्रकृति उनसे क्या कहना चाहती है, सत्र संचालन में दमोह से प्राचार्य रमेश कुमार व्यास और राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल से राजेंद्र असाटी ने सहयोग किया | सत्र का समापन 3 दिसंबर को शाम 5:30 बजे होगा |
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