राज्य आनंद संस्थान के आनंदम सहयोगियो द्वारा तैयार किया जा रहा शैक्षणिक वातावरण
मंडला जिले में गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर हर्षिका सिंह द्वारा विविध नवाचार किए जा रहे हैं इसी क्रम में चिन्हित प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करते हुए उन्हें अन्य शालाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। शैक्षणिक सत्र 2020 कोरोना महामारी के चलते शालाओं का संचालन बंद है। बच्चे स्कूल की जगह घर में अध्ययन कर रहे हैं लेकिन महामारी खत्म होने के बाद जब विद्यार्थी अपने स्कूल पहुंचेंगे तो उन्हें शाला भवनों में आकर्षक साज-सज्जा एवं शैक्षणिक वातावरण मिलेगा। समुदाय की भागीदारी से शाला शिक्षकों द्वारा स्कूलों में स्वच्छता, पेयजल, बोलती दीवारें, बिजली, फर्नीचर, खेल मैदान, बाल सभा के लिए मंच, बाउंड्रीवॉल बनाकर पूरा सुरक्षित परिसर तैयार किया जा रहा है। शालाओं को इस प्रकार विकसित किया जा रहा है कि बच्चे खेल-खेल में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इस नवाचार को समुदाय एवं शिक्षकों का व्यापक समर्थन प्राप्त हो रहा है। जिले के अन्य स्कूल भी स्वमेव आगे आकर स्कूल को मॉडल के रूप में विकसित कर रहे हैं। अब जिले की 150 से अधिक शालाएं इस दिशा में कार्य कर रहीं हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं पालक शिक्षक संघ उत्साहपूर्वक इस कार्य में अपनी सहभागिता दर्ज करा रहे हैं। मॉडल के रूप में विकसित शालाएं क्षेत्र की अन्य शालाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेंगी।इन स्कूलों में कार्य पूर्णता की ओर जिला शिक्षा केन्द्रय से प्राप्तो जानकारी के अनुसार प्रा.शा. टिकरिया मंडला, प्रा.शा. आमाडोंगरी, कन्या मा. निवास, प्रा. शाला खैरानी, प्रा.शा. ग्वारा, मा.शा. हाथीतारा, मा.शा. महुआ टोला, मा.शा. आमगांव, प्रा.शा. भानपुर, मा.शा. सरसवाही, प्रा.शा. अमदरी पिपरिया, प्रा.शा. मलारा, मा.शा. कांसखेड़ा, मा.शा. माधोपुर, मा.शा. मांद, क. मा.शा. हिरदेनगर, मा.शा. गूढ़ा अंजनिया, प्रा.शा. ऊपरटोला, प्रा.शा. खमतरा, प्रा.शा. खमरिया, नैनपुर शासकीय कस्तूरबा कन्या शाला, मा.शा. सर्रा पिपरिया, प्रा.शा. अंजनीमाल, बैगा टोला चंदगांव, प्रा.शा. सहजर एवं मा.शा. घोंटा में कार्य पूर्णता की ओर है।
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