परिस्थितियों का आनंद से मात्र दस फ़ीसदी संबंध : अखिलेश अर्गल
छतरपुर, कोरोना काल में राज्य आनंद संस्थान के ऑनलाइन अल्पविराम कार्यक्रम के नये सत्र को सोमवार सुबह संबोधित करते हुए सीईओ अखिलेश कुमार अर्गल ने कहा कि खुशहाली का परिस्थितियों से मात्र 10 फ़ीसदी सीधा संबंध है अतः परिस्थितियों को दुख और अवसाद का कारण न माने, आनंद का मार्ग खोजने में संस्थान आपकी मदद करेगा, उस मार्ग पर चलना आपका काम है
आनंद शिविर समन्वयक एवं जिला संपर्क व्यक्ति लखनलाल असाटी ने अल्पविराम की अवधारणा स्पष्ट की और बताया कि यह समस्या नहीं समाधान का कार्यक्रम है संसार में यदि कोई गलत चीज दिखाई दे रही है तो सबसे पहले यह जानना है कि उसका कोई अंश हमारे भीतर तो नहीं है छह दिवसीय कार्यक्रम में जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश के लोग सम्मिलित हो रहे हैं प्रशिक्षण निशुल्क रखा गया है और प्रतिभागी संस्थान की वेबसाइट पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पंजीयन करा सकते हैंछतरपुर जिले से मास्टर ट्रेनर लखनलाल असाटी, प्रदीप सेन,आनंदम सहयोगी आशा असाटी के साथ भोपाल से मुकेश करूवा, कटनी से अनिल कांबले, मनीषा कांबले और श्योपुर से राजा खान सत्रों का संचालन कर रहे हैं छतरपुर जिले के प्रतिभागियों में शिवा पटेरिया, कृष्ण प्रताप मिश्रा,नंदिता दुबेदी,वर्षा असाटी, सुरेंद्र सिंह परिहार, सीमा अग्रवाल, अनामिका असाटी आदि सम्मिलित हैं अन्य प्रतिभागियों में प्रदीप जैन, अनिल इंगले, सीमा इंगले, प्रभात राय, सतीश मिश्रा, उषा गुप्ता, सपना मिश्रा, सुनील शर्मा, महावीर कुमार जैन, अनिल शर्मा, वंदना दामादे,प्रभात राय,असलम बेग मिर्जा,आयशा अंजुम खान,विवेक कुमार श्रीवास्तव,संदेश राय,छाया चंदन,नरेंद्र लोधी,राजेश गौर आदि सम्मिलित हैंवर्तमान में उनके अपने जीवन परिवार और समाज में क्या चल रहा है इस पर शांत समय लेने के बाद प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए शिवानी त्रिपाठी ने कहा कि खुद को लेकर बहुत उथल-पुथल है परिवार में रिश्तो को सुधारने की जरूरत है तथा समाज में अंधविश्वास से वह परेशान हैं छाया चंदन ने कहा कि खुद की रक्षा से ही सबकी रक्षा संभव है न डरें न डराएं प्रभात राय ने आधी अधूरी जानकारी को नकारात्मकता का कारण बताया प्रदीप जैन ने जागरूकता की जरूरत बताई
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