राज्य आनंद संस्थान शिक्षकों और प्रदेश के नागरिकों को सिखायेगा,सुखी एवं परिपूर्ण जीवन जीने की विधा" ALOHA-a life of happiness and fulfilment
"राज्य आनंद संस्थान शिक्षकों और प्रदेश के नागरिकों को सिखायेगा,सुखी एवं परिपूर्ण जीवन जीने की विधा" ALOHA-a life of happiness and fulfilment अलोहा: ए लाइफ ऑफ़ हैप्पीनेस एंड फुलफिल्मेंट सकारात्मक जीवन शैली एवं खुशहाल परिपूर्ण जीवन जीने की विधा से परिचित करवाने हेतु राज्य आनंद संस्थान भोपाल द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।लोक शिक्षण संचलनालय भोपाल द्वारा भी प्रदेश के जिला शिक्षा अधिकारियों को इस कोर्स की उपयोगिता को देखते हुए निर्देशित किया है की वे इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में शिक्षकों के पंजीयन कराने हेतु कहा गया है।यह कोर्स केवल शिक्षकों हेतु ही नही है, यह सभी लोगों के लिये खुला है कोई भी नागरिक ऐसे पूर्ण कर सकता है। कोई भी आज लगभग हर कोई जानना चाहता है किसुखी और संपन्न जीवन के निर्धारक क्या है ?यह निश्चित रूप से जीवन का सबसे बड़ा सवाल है, वर्तमान समय की सबसे बड़ी मानसिक आवश्यकता कि एक खुशहाल और परिपूर्ण जीवन जीने के लिये क्या आवश्यक है। इस विषय पर उक्त प्रशिक्षण के माध्यम से चिंतन करेंगे।
राज्य आनंद संस्थान इंदौर के जिला संपर्क व्यक्ति एवं कार्यक्रम समन्वयक विजय मेवाड़ा ने अलोहा ऑनलाइन प्रशिक्षण के विषय में बताया कियह कोर्स इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद एवं आस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय में मैककॉम्स स्कूल ऑफ बिजनेस से पुरस्कृत प्रो. राज रघुनाथन (उर्फ डा. हैप्पी-र्स्माट) द्वारा विकसित किया गया है। यह कोर्स विभिन्न क्षेत्रों की सामग्री, जिसमें मनोविज्ञान, तंत्रिका विज्ञान और व्यवहार निर्णय सिंद्धांत शामिल है, के आधार पर खुश एवं तृप्त जीवन जीने का एक व्यवहारिक एवं परीक्षण् किया हुआ नुस्खा प्रदान करता है। ‘’यदि आप बहुत र्स्माट हैं , तो आप खुश क्यो नहीं हैं ?’’ इस कोर्स के करने से आपको इन प्रश्नों के उत्तर खोज पाएंगे, जैसे :- र्स्माट एवं सफल व्यक्ति भी उतने खुश क्यो नही है, जितना उन्हें होना चाहिये या हो सकते हैं ।· खुशी को कम करने वाले कौन से 7 घातक पाप है, जो र्स्माट एवं सफल व्यक्ति करते है ।· बहुत खुश व्यक्तियों की सात कौन सी अच्छी आदते है और आप उन्हें अपने जीवन में कैसे लागू कर सकते है ।इस कोर्स के अन्त तक हम उन लोगों से, जिन्होनें व्याख्यानो एवं अभ्यासों के साथ मेहनत की है, यह उम्मीद कर सकते है कि, उन्हें न केवल खुशी के विज्ञान की गहरी समझ हासिल होगी, बल्कि वे पहले से ज्यादा खुश भी होंगे ।यह पाठ्यक्रम सम्पूर्ण कोर्स 6 सप्ताह का है। प्रत्येक सप्ताह में कुछ वीडियो व्याख्यान और संबंधित अभ्यास कार्य है। प्रत्येक सप्ताह की सामग्री को एक सप्ताह में आसानी से पूरा किया जा सकता है। प्रत्येक सप्ताह के अंत में, वीडियों व्याख्यान के बाद, बहु-विकल्पीय प्रश्न दिये जाएंगे। जिसकी प्रगति स्कोर ‘’Grades’’ टेब पर दिखाई देगी।कोर्स को आदर्श स्थिति में 6 सप्ताह में पूर्ण किया जा सकता है। परंतु कोर्स को पूरा करने के लिये प्रत्येक छात्र/प्रतिभागी को अधिकतम 52 सप्ताह में पूर्ण करने हेतु पंजीयन वैध रहेगा।यह कोर्स नि:शुल्क है। परंतु प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद यदि प्रशिक्षणार्थी इसका प्रमाणपत्र जारी करवाना चाहता है तो इसके किये वह कोर्स प्रमाण-पत्र प्राप्त करने का विकल्प चुन सकता है। इस विकल्प को चुनने पर सर्टिफिकेट फीस रू 500 के भुगतान के बाद ही प्रतिभागी को प्रमाण-पत्र जारी किया जायेगा।अधिक जानकारी के लिए जिला समन्वयक राज्य आनंद संस्थान इंदौर से संपर्क करें।संपर्क विजय मेवाड़ाजिला संपर्क व्यक्ति राज्य आनंद संस्थान इंंदौरपंजीयन हेतु राज्य आनंद संस्थान लिंक rasonlinecourse.in9425067677,-9826768512
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