अल्पविराम के बाद पटवारियों ने कहा कि परेशान किसानों की मदद उन्हें आनंद प्रदान करती है
छतरपुर, जिला पंचायत के ई दक्षता संवर्धन केंद्र में सोमवार को राज्य आनंद संस्थान की ओर से मास्टर ट्रेनर लखनलाल असाटी ने अल्पविराम सत्र संपन्न कराया जिसमें 2017 बैच के 25 युवा पटवारियों तथा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के तीन उपयंत्रियों ने सहभागिता प्रदान की, मेरी नौकरी क्यों अच्छी है और इसमें क्या खराबी है इस पर शांत समय लेने के बाद अनेक पटवारियों ने अपने विचार साझा किए पटवारी राजकुमारी ने कहा कि लंबे समय से परेशान कोई हितग्राही जब उनसे मिलता है तो उन्हें उसकी मदद करने से अत्यधिक खुशी मिलती है और वह प्रयास करती हैं कि रोज किसी न किसी का लंबित काम का निपटारा कर सकें पर काम की अनिश्चितता उन्हें परेशान करती है, पटवारी मनीषा सिंह ने कहा कि नौकरी मिल जाने से उनकी खुद की आत्मनिर्भरता बड़ी है आर्थिक आधार भी बड़ा है जीविका का साधन भी मिल गया है पर संसाधनों की कमी और हितग्राहियों के सीधे संपर्क में होने से परेशानियां भी बहुत हैं, पटवारी संदीप पटेरिया ने कहा कि युवा पटवारियों में लालच की कमी के कारण वे सभी अच्छा कार्य कर रहे हैं पटवारी रोहित तिवारी ने कहा कि नौकरी मिलने से परिवार खुश है, समाज में इज्जत बड़ी है, आर्थिक हालात भी सुधरें है पर कार्य की अधिकता, संसाधनों की कमी, राजनैतिक दबाव, इतर कार्यों से परेशानी होती है किसानों के पर्याप्त शिक्षित न होने से उन्हें समझाना भी कठिन होता है पटवारी पिंकेश शर्मा ने कहा कि मैंने इस नौकरी को चैलेंज के रूप में स्वीकार किया है वेतन भी पर्याप्त है घर भी नहीं छूटा है और अनेक लोगों की मदद करने का अवसर आनंद प्रदान करता है परंतु कर्तव्य अधिक और अधिकार कम है जिस कारण चाह कर भी जरूरतमंदों की मदद नहीं कर पाता हूं गलत काम करने के लिए प्रेशर होता है पर गलत काम करने से बचता हूंउपयंत्री यों ने कहा कि वह शांत समय लेकर अपने कार्यों में सुधार करेंगे । पटवारियों और उपयंत्रियों ने कहा कि अध्यात्म विभाग के अल्पविराम कार्यक्रम से यह उनका पहला परिचय है और इस कार्यक्रम ने उन्हें अत्यधिक प्रभावित किया है वह इसे अपनी जीवन चर्या में शामिल करेंगे कोई भी काम करने के पहले शांत समय लेने के बाद ही निर्णय लेंगे
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