पति पत्नी से बातचीत की और बच गया परिवार
*समझौता*:: आज डीपीएल कार्यालय अध्यात्म विभाग शिवपुरी में एक महत्वपूर्ण कार्य हुआ। अध्यात्म विभाग शिवपुरी टीम द्वारा लगभग 6 माह पूर्व समीपस्थ ग्राम रातौर में आनंदग्राम के उद्देश्य को लेकर भ्रमण किया गया था। भ्रमण के दौरान ग्राम के निवासियों से संपर्क कर अंतरंग बातचीत की गई। आनंदम सहयोगी कुमारी प्रीति तिवारी ने ग्राम की महिलाओं से बातचीत की। इसमें से एक महिला की पारिवारिक स्थिति बहुत तनावपूर्ण थी क्योंकि उसका पति उसे 4 बच्चों के साथ अकेला छोड़कर किसी अन्य विवाहिता के साथ रहने लगा था। वह महिला तथा बच्चे बदहाली में गुजर कर रहे थे। क्योंकि छोड़ कर गया पति किसी प्रकार की आर्थिक मदद नहीं कर रहा था। परेशान महिला को ढाई -तीन माह पूर्व हमने अपने कार्यालय पर बुलाकर उसकी तथा बच्चों की स्थिति के बारे में पूछताछ की । स्थिति यथावत थी।
हमने उसे थोड़ी सी आर्थिक मदद कर शांत समय लेने और प्रार्थना करने का तरीका समझाया। महिला गांव लौट गई। अचानक आज दोपहर वह महिला अपने बच्चों के साथ अपने पति के खिलाफ प्रताड़ना की रिपोर्ट करने के उद्देश्य से थाने जाने के पूर्व डी,पी,एल कार्यालय पर आई। हमने उसे ऐसा करने से मना किया और बच्चों तथा महिला को शांतिपूर्वक कार्यालय में बैठा कर उसके पति को फोन करके कार्यालय पर बुलाया। थोड़ी देर में वह आ गया। पत्नी और बच्चों को हमारे साथ देखकर हतप्रभ रह गया। हमने उसे भी आदर पूर्वक शांति से बैठाया। पति पत्नी से बातचीत की। दोनों ने अपने-अपने पक्ष की बातें कहीं। हमने पाया दोनों अपने इगो को नीचा नहीं होने दे रहे हैं। बातचीत के दौरान हमने अपने ईगो से अपने जीवन में हुए नुकसान के कटु अनुभव उन्हें बताए। लगातार 4 घंटे की काउंसलिंग के बाद दोनों एक साथ रहने को राजी हो गए। महिला प्रसन्न मन से अपने बच्चों के साथ वापस गांव चली गई । हमने पति को अलग से ओर समझाया बुझाया। वह भी कल अपने परिवार के पास जाने का वादा कर कार्यालय से विदा हुआ ।धन्यवाद।
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