मंगलग्राम सहयोगियों ने खुद में हुए बदलावों को किया साझा
महाराष्ट्र के पंचगनी के ग्रामपरी में अल्पविराम प्रशिक्षण और ग्रामों का भ्रमण कर लौटे छतरपुर जिले के मंगलग्रामों के सहयोगियों ने एक माह बाद बैठक कर उनमें हुए बदलावों को साझा किया। शांत समय लेने के बाद मंगलग्राम सहयोगियों ने पंचगनी के अपने अनुभव और उसके बाद उन में आए बदलाव को साझा किया। इस दौरान एक ने कहा कि उसने शराब पीना बंद कर दिया है, एक ने कहा कि उसने नशा करना छोड़ दिया है। इसी तरह अपने छोटे भाई से संबंध ठीक करने, भैया भाभी के संभावित तलाक को रोकने, झूठ बोलना छोडऩे, बोलने के पहले सोचने, गुस्सा कम करने, पारिवारिक रिश्ते ठीक करने की बात भी अन्य सहयोगियों ने कही। एक सहयोगी ने कहा कि जब पंचगनी में 3 लोगों ने प्रशिक्षण देकर 40 सहयोगियों का जीवन बदल दिया तो अब हम 40 लोग अनेक लोगों के जीवन को जरूर बदलेंगे। ग्रामपरी की साफ-सफाई, जलसंरक्षण, ग्रामसभा में सभी की सहभागिता से उन्हें बहुत प्रेरणा मिली। कई ने कहा कि उनके स्वभाव में आए बदलाव को उनके परिजनों ने महसूस किया है और वे सब प्रसन्न हैं। एक सहयोगी ने बताया कि उसके आग्रह पर उनके पिता ने शराब छोड़ दी है। मंगल ग्रामों में वे सभी शराब और जुआ के खिलाफ अल्पविराम ले रहे हैं। विदा होने के पहले सभी ने शांत समय लेकर खुद के जीवन की एक बड़ी समस्या तथा एक बड़े अपराध पर विचार किया और उसके निवारण हेतु ईश्वर से प्रार्थना की। खुद को ईश्वर को समर्पित करते हुए मंगलग्राम अभियान की सफलता हेतु आशीर्वाद मांगा। सत्र का संचालन मास्टर ट्रेनर लखनलाल असाटी ने किया दमोह से मास्टर ट्रेनर श्री रमेश कुमार व्यास भी उपस्थित थे
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