संगम सेवालय ने गौरैया दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया
20 मार्च को गौरैया दिवस के उपलक्ष्य में गौरैया संरक्षण के अभियान की शुरुआत की जिसमें डॉ, जी पी राजौरे,डॉ राजेश अग्रवाल, डॉ एच एन खरे,डॉ कुसुम काश्यप मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे डॉ राजौरे ने बताया कि गौरैया का हमारे जीवन मे बड़ा महत्व है इनके द्वारा पर्यावरण संतुलन बना रहता है इस अवसर पर संगम सेवालय के संचालक विपिन अवस्थी ने बताया कि बदलते पर्यावरण और मोबाइल रेडिएशन के कारण गौरैया के संख्या में 60 प्रतिशत कमी आयी है और अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो जल्द ही ये गायब हो जाएंगी इसी को देखते हुए यह अभियान शुरू किया गया है जिसके अंतर्गत200 घोंसले संगम सेवालय द्वारा बनवाये गए है जिनको सार्वजनिक स्थान पर लगाया जायेगा 50 घोंसला डॉ राजेश अग्रवाल द्वारा प्रदान किये जायेंगे, साथ ही साथ सभी से अपील की जाती है कि सभी लोग अपने घरों में गौरैया के लिए दाना औऱ पानी उपलब्ध करवाए कार्यक्रम का संचालन अंजू अवस्थी ने किया इस अवसर पर कमल अग्रवाल, राजेन्द्र अग्रवाल,शंकर सोनी,के एन सोमनस्मिता जैन,नीलम पांडेय,नीरज दीक्षित, अमरीश मिश्रा, सौरभ तिवारी, नेहा तिवारी,प्रेरणा राय,उपस्थित रहे