श्री सतिंदर सिंह रेखी
'रेखी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर द साइंस ऑफ हैप्पीनेस' के संस्थापक
राज्य आनंद संस्थान तथा रेखी फाउण्डेशन फॉर हैप्पीनेस के मध्य 07 सितंबर 2018 को एक एम.ओ.यू. किया गया । जिसके प्रावधानों के तहत ‘’रेखी सेन्टर फॉर हैप्पीनेस’’ R.C.H की स्थापना राज्य आनंद संस्थान में किया गया ।
रेखी सेन्टर फॉर हैप्पीनेस का मूल उद्देश्य मध्यप्रदेश के गॉव / बस्ती में लोगों को आनंद के टूल उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपने आंतरिक आनंद को पहचान सके तथा आनंदित जीवन व्यतीत करें ।
रेखी हैप्पीनेस सेन्टर द्वारा राज्य आनंद संस्थान के प्रमुख कार्यक्रम जैसे अल्पविराम, आनंद सभा, आनंद उत्सव, आनंद क्लब, आनंदम केन्द्र आदि का संचालन अपने हस्तक्षेप के गॉव / बस्ती में नियमित रूप से किया जा रहा है । साथ ही रेखी सेन्टर फॉर हैप्पीनेस गॉव में संचालित आनंद के कार्य में लोगो के प्रत्यक्ष जुड़ाव से उनके अनुभवो को आधार बना कर राज्य आनंद संस्थान अपने कार्यक्रमों को और बेहतर बनाने के लिए सतत प्रयासरत है । क्षेत्र में रेखी हैप्पीनेस सेन्टर के कार्यो के सुचारू संचालन के लिए श्री रेखी जी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है ।
रेखी हैप्पीनेस सेन्टर द्वारा गॉंव में हस्तक्षेप के प्रमुख कार्य
1. अल्पविराम :- अल्पविराम एक ऐसी गतिविधि है जिसके माध्यम से लोगों कों अपनी अंतर्रात्मा से जुडने का अवसर मिलता है जिससे वे अपनी आंतरिक प्रसन्नता को पहचान कर जीवन में सकारात्मकता तथा आनंद की अनुभूति कर सकते हैं।
2. आनंद उत्सव :- संस्थान का उद्देश्य शासकीय तथा अशासकीय संस्थाओं के माध्यम से ऐसी विभिन्न गतिविधियों का संचालन करना है, जो प्रदेशवासियों को
आनंद उत्सव से लोगों को परिपूर्ण जीवन की कला सिखाया जाता है, जिससे उनके जीवन में आनंद की अनुभूति हो सके । इस कार्यक्रम के दौरान नागरिकों में सहभागिता एवं उत्साह को बढ़ाने के लिये समूह स्तर पर खेल-कूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष दिनांक 14 से 28 जनवरी के मध्य ‘’आनंद उत्सव’’ मनाया जाता है ।
3. आनंद सभा :- स्कूल तथा कॉलेजों के विद्यार्थियों को सशक्त एवं परिपूर्ण जीवन कला सिखाने तथा आंतरिक क्षमता विकसित करने के लिए आनंद सभा कार्यक्रम शुरू किया गया है ।
4. आनंदम केन्द्र :- गॉंव में उपयुक्त सार्वजनिक स्थलों पर एक स्थल का चयन कर, न्यूनतम सुविधा को विकसित करते हुए आमजन को उनके घरों में उपलब्ध अनुपयुक्त अथवा अनावश्यक दैनिक उपयोग का सामान को छोड़ने तथा उस सामान की जिसे जरूरत हो, वहॉ से नि:शुल्क तथा बिना किसी से पूछे ले जाने की व्यवस्था है।
5. आनंद क्लब :- बहुत से व्यक्ति निजी स्तर पर अथवा संस्थागत रूप से ऐसी गतिविधियॉ संचालित करते है जिनसे समाज में सकारात्मकता तथा आनंद का प्रसार होता है । अत: ऐसे प्रयासों का एक संगठित रूप ही आनंद क्लब है । गॉंव में आनंद क्लब के गठन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उपरोक्त के अलावा गॉंव में स्थानीय आवश्यकता के कार्यक्रम जैसे बुजुर्गो, महिलाओं, बच्चों के साथ विशिष्ट कार्यक्रम / साथ ही गॉव / बस्ती में स्वच्छता, पर्यावरण, सामाजिक मुद्दों पर गतिविधियॉ आयोजित की जा रही है ।