• भारतीय लोकतंत्र का जश्न मनाने के लिए ईसीआई द्वारा "मैं भारत हूं" गीत • आनंद उत्सव की सांख्यिकी • ऑनलाइन कौर्स : ए लाइफ ऑफ़ हैप्पीनेस एंड फुलफिल्मेंट

 शहीद सैनिक परिवार के लिए घर बनाने में इंदौर के आनंदको का भी योगदान 

प्रेषक का नाम :- विजय मेवाड़ा आनंदम सहयोगी एवम अरविंद शर्मा समन्वयक इंदौर
स्‍थल :- Indore
17 Aug, 2019

झोपड़ी में रहता था शहीद का परिवार इंदौर शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं ने वो कर दिखाया जिसकी जितनी प्रशंसा की जाये वो कम है।बेटमा के पीर पीपल्या ग्राम निवासी बीएसएफ के जवान मोहन_सिंह_सुनेर 31 दिसंबर 1992 को असम में शहीद हो गये थे उनका परिवार खपरैल की झोपड़ी जिसका फर्श भी कच्चा था उसमें रहकर जीवन यापन कर रहा था।इसकी जानकारी तब लगी जब गत वर्ष देपालपुर के युवा स्थानीय स्तर पर दिए जाने वाला वीरता पुरस्कार प्रदान करने शहिद के घर गए। और शाहिद के घर की दयनीय स्थिति देख इस कार्य की प्रेरणा मिली। इसके बाद बेटमा-इंदौर के युवाओं ने अपनी मातृभूमि के लिए शहीद हुए मोहन सिंह सुनेर का सहयोग करने की ठानी और थोड़ा थोड़ा आर्थिक सहयोग एकत्र कर वन चेक वन साइन अभियान चलाकर 15 दिन में 11 लाख रुपये जमा करके उनके घर का निर्माणकार्य प्रारम्भ कर दिया।एक वर्ष पश्चात स्वतंत्रता दिवस पर कल बलिदानी वीर जवान की वीरवधु से राखी बंधवाकर उस बहन का नए घर मे गृहप्रवेश युवाओं ने अपनी हथेली पर चलवाकर किया! वन चेक वन साइन के संयोजक मोहन नारायण गिरी एवं विशाल राठी एवम उनकी टीम में हमारे देपालपुर के आनंदक साथी रहे। युवाओ का यह जोश देखकर विश्वास हो जाता है कि मेरे भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में है! जिन युवकों ने यह कार्य किया उनकी भावनाओं को दिल से नमन है। उनकी माताओं को दिल से नमन है कि उन्होने बेटों को यह संस्कार दिए ।जॉय ऑफ गिविंग का इससे अच्छा उदाहरण और क्या हो सकता है।


फोटो :-

      

डाक्‍यूमेंट :-

Document - 1
Document - 2


वीडियो:-

Video - 1
Video - 2
Video - 3