आए थे टावेल लपेटकर गए “”सूट-बूट””में
मण्डला जिला मुख्यालय पर ग्रामीण क्षेत्रों से नगर में काम की तलाश में बहुतायत लोग आ तो जाते हैं। ये तो ग्रामीण हैं इन्हें नहीं पता कि आगामी समय में ठंड कैसी रहेंगी, और इनके पास संसाधन भी इतने नहीं होते कि मौसम की मार को झेलने लायक कपडेे ले सके। इन ग्रामीण को जब आनंदम ( दुआओं का घर) मंडंला के विषय में जानकारी लगती है । तो वहॉं से अपने लिए आवश्यक वस्तुए लेने आ जाते हैं।
इसी क्रम में आनंदम् में यशवंत मरावी ग्राम-कोको विकास खंड बिछिया के निवासी सादे पेंट/शर्ट की तलाश में आये थे। लेकिन इनको कोट-पेंट के विषय में बताया तो प्रारंभ में मना किया । लेकिन बाद में स्वीकार कर लिया। इसी तरह से मंड़ला नगर के रिक्सा चालक भी. आनंदम् आकर नये-नये सूट-पेंट पहनकर गए। आनंदम में रखे कोर्ट-पेंट पहनने में यशवंत मरावी की मैने मदद की तो यशवंत मरावी ने कहा कि यहाँ जरूरतमंद आते तो टावेल में और जाते हैं””सूट-बूट’’में.